tag:blogger.com,1999:blog-6694233816345445456.post4689413187340307085..comments2023-10-17T16:56:22.232+05:30Comments on सुनो भाई साधो....: आलोक पुराणिक जी! कम से कम अपनी जन्मस्थली की बुराई तो न करियेUnknownnoreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6694233816345445456.post-5551839505011586342007-12-28T08:53:00.000+05:302007-12-28T08:53:00.000+05:30MAIN NAHI JANTA KI AAP KIS AGRA KI BAAT KAR RAHE H...MAIN NAHI JANTA KI AAP KIS AGRA KI BAAT KAR RAHE HAI . LEKIN MAIN JIS AGRA KO JANTA HOON,WOH AGRA SHRESHT HAI,MODREN HOTE HUYE BHI USME PRACHEENTA KA SAMAVES HAI. AGRA DHEERE DHEERE,CHUPKE CHUPKE,APNE AAP KA SWAROOP BADAL RAHA HAI.AGRA JIS JAGAH GANDGI HAI TO DOOSRI TARAF SAAF SUTHRI COLONIES ,MARKETS.STREETS HAIN.EK BAAT AUR KEHNA CHAHUNGA KI KISI NAGAR KO ,KISI DESH KO COMPLETE YA PERFECT KARNAAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6694233816345445456.post-84850927697363731972007-10-12T06:15:00.000+05:302007-10-12T06:15:00.000+05:30कमलेश आपकी सेण्टीमेण्टालिटी की कद्र करता हूं। पर प...कमलेश आपकी सेण्टीमेण्टालिटी की कद्र करता हूं। पर पुराणिक का व्यंगात्मक टिप्पणी लेखन एक अनूठी मस्ती भरा है - और वह भी शायद आगरा की देन है। उसे उस प्रकार से लेना चाहिये। <BR/>और व्यंगकार किसी जगह से नोस्टॉल्जिया की बात कर बैठे तो पता चलता है कि वह कितन अटैच्ड है। <BR/>आम तौर पर व्यंगकार नोस्टॉल्जिया जैसे फंसाऊ इमोशंस मे समय बरबद नहीं करता :-)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6694233816345445456.post-71517168689651473702007-10-11T13:28:00.000+05:302007-10-11T13:28:00.000+05:30तस्वीरें अच्छी है कमलेश जी शुक्रिया!!शायद आपसे चूक...तस्वीरें अच्छी है कमलेश जी शुक्रिया!!<BR/><BR/>शायद आपसे चूक हो गई पुराणिक जी टिप्पणी का मर्म समझने में!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6694233816345445456.post-6304721044199642132007-10-11T09:10:00.000+05:302007-10-11T09:10:00.000+05:30भाई कमलेश जी,आलोक जी ने अपनी टिप्पणी में अपनी तुलन...भाई कमलेश जी,<BR/><BR/>आलोक जी ने अपनी टिप्पणी में अपनी तुलना मीर और गालिब के साथ की है, ऐसा मुझे नहीं लगता...एक व्यंगकार ख़ुद पर व्यंग कर रहा है...आप उसे समझने की कोशिश करें.<BR/><BR/>"आगरा फोर्ट पे जाकर तो विकट नास्टेलजिया घेर लेता है, मैं वहां जाता ही नहीं। गर्म हवा फिल्म की शूटिंग भी वहीं हुई थी।"<BR/><BR/>उनका ये कहना उनके आगरा के प्रति प्रेम को दर्शाता है....निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उनकाShivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6694233816345445456.post-32876698563039292362007-10-11T08:04:00.000+05:302007-10-11T08:04:00.000+05:30आगरा की तस्वीरें देखकर अच्छा लगा। लेकिन आलोक पुराण...आगरा की तस्वीरें देखकर अच्छा लगा। लेकिन आलोक पुराणिक की सहज टिप्प्णी में ऐसा कुछ नहीं जिससे यह कहा जाये कि वे अपनी जन्मभूमि की बुराई कर रहे हैं। जो उन्होंने देखा है वह बताया।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com