गुरुवार, 18 अक्तूबर 2007

क्या कूल हैं हम

Posted on 1:23:00 am by kamlesh madaan














ब्लॉगिंग से सावधान!कहीं घरवाले ये हाल ना कर दें




















पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा


















आज ना छोड़ूंगा तुझे














चलो आज गाड़ी ही ठीक कर दें














देखा मेरी गाड़ी कितनी तेज है















ये तेरी ऑखें झुकी-झुकी














आज कुछ ज्यादा ही चढ गयी है


















क्या लाइटर है













मेरी बंदरिया को तूने छेड़ा..














आजा मेरी गाड़ी में बैठ जा


















तूने मेरी चॉकलेट क्यों खायी?












मम्मी अब शैतानी नहीं करूंगा












ओह! मेरा टाइटेनिक डूब रहा है

2 Response to "क्या कूल हैं हम"

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Udan Tashtari Says....

बेहतरीन भाई. आनन्द आ गया, बहुत सही.

मेरी बंदरिया को तूने छेड़ा..
-ये बेचारा तो बंदरिया के चक्कर में बहुत पिट रहा है :)