मंगलवार, 18 मार्च 2008
होली पर विशेष
Posted on 7:29:00 pm by kamlesh madaan
कुछ विशेष रंग जिनके बिना इस बार आपकी होली कुछ फ़ीकी सी लग सकती है, क्योंकि चटख रंग के बिना होली कैसी और बिना होली के आनंद कैसे? ये चटख रंग खून,भूख,अत्याचार,युद्ध,अशांति के घोतक हैं अतः इनका इस्तेमाल आप किसी भी देश में कर सकते हैं चाहे वो भारत हो यां पाकिस्तान बल्कि ये चीन,गाजा,अफ़गानिस्तान,अफ़्रीका आदि देशों में भी धड़ल्ले से इन रंगों का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसके बिना किसी भी देश की प्रगति संभव ही नहीं है.
ये जो आप तस्वीरें देख रहे हैं वो सारे विश्व की मौजूदा हालत को दर्शाने के लिये काफ़ी है जिनसे कम से कम ये तो पता चलता है कि वैश्वीकरण क्या है और किनकी लाशों की नींव द्वारा बनाया गया है
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
3 Response to "होली पर विशेष"
जो हो लिया है
वही होली है
होलियात्मने को
दर्शाते चित्र विचित्र.
- अविनाश वाचस्पति
शाबाश! ऐसे चित्र माया के अंधे मौजी लोगों में कुछ तो हलचल करेंगें।
दिल दहला देने वाले चित्र है। पर साथ ही साथ ये हकीकत भी है।
एक टिप्पणी भेजें