शनिवार, 4 अगस्त 2007
भाई! बच के रहना
यार कल हमने अपना 1991 मॉडल का 007 नंबर का स्कूटर छुपा दिया है. क्योंकि आज कल मुझे लोग संदेह की द्रष्टि से देखने लगे हैं, मैने अपना मोबाईल नं0 भी बदल दिया है,क्या पता सी.बी.आई वालों यां आज तक के शम्स ताहीर खान भाई का फ़ोन न आ जाये.(यार ये अशोक मल्होत्रा कहाँ से मुआ आ गया है)
मैने अपनी श्रीमति जी से कह दिया कि अगर कोई मेरा जन्मदिन 07.07.07(मेरा जन्मदिन 7 जुलाई को होता है ) के बारे में पूछे तो कह देना ये न्यू सेवन वंडर वालों ने रजिस्टर्ड करवाया हुआ है हमारा जन्मदिन तो हमें याद ही नहीं.कोई पूछे तो क्या करते हैं तो कह देना लेखक हैं! बेचारे डर के मारे भाग खडे होंगे.लेकिन इतना ध्यान रखना अपन मकान नं0 100 नहीं 4/100/ए.बी. यां 100/4/28/बी.सी बताना कहीं लेने के देने ना पड् जायें.
अपनी मार्कशीट से 1st रैंक हटा दो उन लोगों को संदेह ना हो जाये कि कही तुमने रिश्वत तो नहीं दी है पास होने में.
मेरी बनियांन-अंडरवियर, पैंट-शर्ट,बेल्ट पर्स आदि का साईज 1/2 करके बताना जैसे 32 1/2 - 42 1/3 बताना.
घर में जो अपने कम्प्यूटर पे जो वेबकैम लगा है उसे निकाल फ़ैंकना क्या पता वो समझेंगे कि हम इसका इस्तेमाल हम घर की निगरानी में कर रहे हों?
मुन्नु को कह देना अभी जिद ना करे मोटरसाईकिल के लिये क्या पता आर.टी.ओ. वाले कोई वी.वी.आई.पी. नम्बर ना एलॉट कर दें? कोई भरोसा नहीं है कब कहाँ से कोई भी,कैसी भी मुसीबत टपक पडे.
और हाँ अपने रिश्तेदारों से कह दो अभी हमसे कोई भी कांटेक्ट ना करे क्योंकि अगर हम गये तो वो भी लपेटे में आ जायेंगे.
बस ये चंद बातें अपनी धर्मपत्नि को समझाकर हम चल दिये पास के थानें मे अपनी सैटिंग करने.......
3 Response to "भाई! बच के रहना"
नई थीम मुबारक हो, मगर ये लटकती लताएं पढ़ने नहीं देती.
सही है। सेटिंग करके आओ और बताओ कित्ते में हुई।
हुई कि नहीं-सेटिंग. बताना जरा.
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